What is Top Up SIP

Corona संकट के ख़त्म होने से धीरे धीरे अर्थव्यवस्था, कारोबार धंधे पटरी पर लौटने लगे हैं लोगों की इनकम भी अब सुधरने लगी है. ऐसे में जिन लोगों ने अपनी SIP  रोक  दी थी या बंद कर दी थी, उनके लिए अब इसे Top-Up कराने का समय आ गया है. Expert भी कह रहे हैं कि पिछली गिरावट के बाद अब सस्ते में मिल रही Mutual Fund Units बढ़ाने का सही अवसर है. इसके लिए नई SIP शुरू करने के बजाय SIP Top-Up की सुविधा चुननी चाहिए. यह सुविधा ज्यादातर Fund House देते हैं. उनका कहना है कि ऐसा करने से सामान्य SIP की तुलना में फायदा दोगुना या इससे भी ज्यादा हो सकता है. वहीं जिंदगी के निर्धारित लक्ष्य भी तय समय से पहले  ही पूरे होंगे.

क्या है SIP Top-Up या Booster SIP

एक ऐसी सुविधा है, जिसमें एक नियमित अंतराल पर तय रकम के जरिए SIP में अपना निवेश बढ़ा सकते हैं. 6 महीने और 1 साल का अंतराल आप चुन सकते हैं. इसके तहत Investor के पास विकल्प होता है कि वह तय अंतराल पर शुरू की गई SIP का कितना फीसदी और Investment के लिए बढ़ाना चाहता है. यह 10 फीसदी, 5 फीसदी या इससे भी ज्यादा हो सकता है. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आने 10 हजार मंथली SIP का विकल्प लिया है और हर साल 10 फीसदी Top-Up कराना चाहते हैं तो एक साल बाद मंथली SIP 11000 रुपये हो जाएगी. जबकि दूसरे साल से यह 12100 रुपये हो जाएगी.

कैसे लें सुविधा का लाभ

पहले से चल रही SIP में टॉप-अप कराया जा सकता है. यानी हर 6 महीने या 1 साल पर रकम बढ़ा सकते हैं. चाहें तो SIP शुरू होते समय ही Top-Up फैसिलिटी ले सकते हैं. इसके लिए Fund House को तय प्रारूप में पहले ही यह जानकारी देनी होती है कि किस डेट से ऐसा करना चाहते हैं. ऐसा करने पर आपके द्वारा तय किए गए अंतराल के बाद आपके खाते से बढ़ी रकम Investment  होने लगेगी।  ज्यादातर बड़े Fund Houses, Investors को यह सुविधा देते हैं. हालांकि ज्यादातर केस में बढ़ी हुई रकम 500 रुपये या इसके मल्टीपल में होती है.

SIP टॉप-अप का फायदा

इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं. 30 साल के मोहित ने अपने बच्चे के भविष्य के लिए अगले 20 साल तक हर महीने 10,000 रुपये SIP का विकल्प चुना है. उन्होंने जब Equity Mutual Fund  के रिटर्न चार्ट की स्टडी की तो देखा कि ऐसे कई फंड हैं, जिन्होंने पिछले 15 से 20 साल के दौरान लगातार 10 से 12 फीसदी या इससे ज्यादा रिटर्न दिया है. उन्होंने शेयर बाजार के उतार चढ़ाव को देखते हुए अपने निवेश पर अनुमानित रिटर्न 10 फीसदी माना है.

Case-1: Normal SIP

मंथली SIP: 10,000 रुपये

अवधि: 20 साल
अनुमानित Return: 10 फीसदी
कुल Investment: 24 लाख रुपये
20 साल बाद SIP वैल्यू: 76.6 लाख रुपये
फायदा: 52.56 लाख रुपये

Case-2: SIP Top-Up

शुरूआती मंथली निवेश: 10,000 रुपये

अवधि: 20 साल
अनुमानित Return: 10 फीसदी
हर 1 माह में Top-Up: 1000 रुपये
कुल निवेश: 68.73 लाख रुपये
20 साल बाद SIP वैल्यू: 1.62 करोड़ रुपये
फायदा: 94 लाख रुपये

रेगुलर SIP और SIP टॉप अप में अंतर

यहां साफ है कि नॉर्मल SIP में 20 साल के दौरान आपको कुल निवेश 24 लाख रुपये करना पड़ रहा है और इस पर फायदा करीब 52 लाख रुपये का है. वहीं टॉप अप SIP में Investment तो बढ़कर 68 लाख होगा, लेकिन इसमें कुल Investment पर आपका फायदा करीब 94 लाख रुपये है. SIP की वैल्यू जहां 76 लाख है, वहीं टॉप अप SIP की वैल्यू 1.62 करोड़ रुपये है.

Investment Adda and Ankit Sachan are not a SEBI registered investment adviser. The opinion and views and guidance expressed in this blog are personal opinions and based on personal experience.Please consult your financial advisor before taking any financial decision.

By ANKIT SACHAN

अंकित सचान इन्वेस्टमेंट अड्डा के लेखक , पेशे से इंजीनियर और AMFI Registered म्यूच्यूअल फण्ड डिस्ट्रीब्यूटर हैं।

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