नमस्कार दोस्तों
 आज मैं आपको बचत के सर्वोत्तम तरीके के बारे मैं बताने जा रहा हूँ इस सवोत्तम तरीके का नाम है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान , ये वास्तव में  सीधे शब्दों में ये आवर्ती जमा योजना का ही रूप है  बस फर्क इतना है की इस पर कोई ब्याज फिक्स नही रहता है और मिलने वाला रिटर्न बाज़ार के जोखिम के अधीन रहता है

इस में एक मुस्त निवेश न होकर थोड़ी थोड़ी धनराशी हर महीने निवेश की जाती है जैसे आप ५००० का  करना चाहते है और आपके पास ५००० रूपये नही है तो आपको निराश होने की जरूरत नही है बल्कि आप ५०० रूपये हर माह १० माह तक  निवेश कर सकते है और आपकी जेब पर अधिक बोझ भी नही पड़ेगा 

                सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान  Systematic Investment Plan

इसको और बेहतर समझने के लिए आप को Rupee cost averaging तथा धन के जुङते रहने की शक्ति  (power of compounding) को समझना पड़ेगा

Rupee cost averaging  दोस्तों जैसा मैंने अपनी पिछली पोस्ट पर बताया था की जिस दिन आप पैसा निवेश करते है उस दिन का NAV आपको मिलता है और जब आप लगातार हर माह निवेश करते है तो हर माह का अलग अलग  NAV होता है परन्तु आपको पूरे सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान का एक औसत NAV आता है  जिससे Rupee cost का औसत हो जाता है 
धन के जुङते रहने की शक्ति  power of compoundingचूँकि हर माह हम एक निश्चित धन राशी निवेश करते है तो हमें थोड़ी थोड़ी धनराशी निवेश करने पर पता नही लगता है और  लम्बे समय बाद यह धनराशी बहुत बड़ी धनराशी बन जाती है 
उदाहरण के लिए अगर हम १००० रूपये हर माह १० वर्षो तक निवेश  करने पर अगर १२ % का वार्षिक  रिटर्न मिलता है तो २३२३३९ रूपये की धनराशी प्राप्त होगी चूँकि इस समय बैंक तथा पोस्ट ऑफिस पर मिलने वाली ब्याज दर लगातार कटौती हो रही है इस कारण सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान निवेश का एक आकर्षक विकल्प है
विशेषताए
अनुशाषित निवेश – इसमें निवेश करने पर एक तो आप को अनुशाषित निवेश करने की आदत पड़ जाती है तथा आपकी जेब पर अधिक बोझ नही पड़ता है

धन के जुङते रहने की शक्ति  power of compounding– चूँकि हर माह  एक छोटी जमा करने के बाद यह  लम्बे समय बाद एक बड़ी राशी पर बदल जाती है ,जैसे आप अगर १००० रूपये १० वर्षों पर अगर १२ % का वार्षिक  रिटर्न मिलता है तो २३२३३९ रूपये की धनराशी प्राप्त होगी अब यदि हम १५०० रूपये १० वर्षों पर अगर १२ % का वार्षिक  रिटर्न मिलता है तो ३४८५०९ रूपये की धनराशी प्राप्त होगी अब हम देखते है की मात्र ५०० रूपये के हर माह के  अंतर पर करीब करीब ११२००० रूपये का अंतर हो गया 



power of compounding के बारे में Albert Einstein बताते है


Compound interest is the eighth wonder of the world. He who understands it, earns it … he who doesn’t … pays it.”


रूपये की कीमत का औसत( Rupee Cost Averaging) ये मुख्य रूप से शेयरों में निवेश के लिये उपयोगी है। जब आप एक फंड में लगातार अंतराल पर समान धन का निवेश करते हैं तो रूपये की कम कीमत के समय में आप शेयर की ज्यादा यूनिट खरीदते हैं। इस प्रकार समय के साथ आपकी प्रति शेयर या (प्रति यूनिट) औसत कीमत कम होती जाती है। यह रूपये की औसत लागत की नीति होती है जो एक लंबी अवधि के समझदार निवेश के लिये बनाई गयी है। ये सुविधा अस्थिर बाजार में निवेश के खतरे को कम करती है और बाजार के उतार चढाव भरे सफर में आपको सहज बनाये रखती है।

जो लोग SIP के माध्यम से निवेश करते हैं वे बाजार के उतार के समय को भी उतनी ही अच्छी तरह संभाल सकते हैं जैसे वो बाजार के चढाव के समय को। SIP के द्वारा आप के निवेश की औसत लागत कम होती है ,तब भी जब आप बाजार के उँचे या नीचे सभी प्रकार के दौर से गुजरते हैं।
 उदाहरण के लिए अगर आप एक SIP पर १००० रूपये हर माह जमा करते है और हर किसी माह की NAV १० रूपये है तो १०० यूनिट्स मिलेगे और अगले महीने अगर १२ रूपये हो जाता है तो ८३.३३ यूनिट्स मिलेंगे और अगले महीने अगर ११ रूपये हो जाता है तो ९०.९० यूनिट्स मिलेंगे  अब हम देखते है तीन महीनों का औसत NAV ११ आता है  अतएव हम यह कह सकते है की बाज़ार के उतार चड़ाव का असर SIP पर कम पड़ता है 

अन्य फायदे-
अगर किसी माह में अगर आपके पास अधिक धनराशी है तो आप अधिक धनराशी निवेश कर  सकते है 


टैक्स छूट ELSS से सम्बन्धित म्यूच्यूअल फण्ड पर में आपको इनकम टैक्स में छूट प्राप्त होती है

एंट्री लोड और एग्जिट लोड
ज्यादा तर म्यूच्यूअल फण्ड पर निवेश करने पर कोई एंट्री लोड नही होता है परन्तु एग्जिट लोड पर हर म्यूच्यूअल फण्ड पर अलग अलग शर्ते होती है जो की स्कीम के ऊपर निर्भर करती है 

By ANKIT SACHAN

अंकित सचान इन्वेस्टमेंट अड्डा के लेखक , पेशे से इंजीनियर और AMFI Registered म्यूच्यूअल फण्ड डिस्ट्रीब्यूटर हैं।

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