रंगों का त्यौहार होली बीत चुकी है आशा करता हू आप सब लोगो ने  Holi  को खूब आनंद मंगल से मनाया होगा।  होली का त्यौहार हमें अपने व्यवहारिक जीवन में बहुत सारा आर्थिक ज्ञान प्रदान करता है जो की नीचे बताया गया है ।

Lesson from festival of colors रंगों के त्योहार से सबक


अपने निवेश को  विभिन्न रंगो की तरह Diversify करो – जैसा की हम जानते है होली के त्यौहार में हम लोग एक ही रंग से त्यौहार नहीं मानते हैं जब हम लोग रंग खरीदने जाते हैं तो थोड़ा लाल थोड़ा हरा , पीला , सफ़ेद , नीला और बहुत से रंग या गुलाल खरीद कर लाते हैं ऐसा हम लोग इसलिए करते हैं क्यों की अगर कोई हरे रंग से रंगा हुआ है तो उसपर हरा रंग या गुलाल लगाने से मज़ा नहीं आएगा इसलिए कोई दूसरा रंग का गुलाल या रंग का उपयोग करेंगे उसी प्रकार हमलोगों को अपने निवेश में भी विविधता लानी चाहिए कुछ रूपये Equity  (म्यूच्यूअल फण्ड या शेयर ) कुछ रूपये  (PPF , फिक्स्ड डिपाजिट और अन्य ) कुछ रूपये  जमीन घर फ्लैट दुकान और कुछ रूपये सोना या चांदी में निवेश करने चाहिए यहां पर सोना या चांदी से मेरा तातपर्य  सोने या चांदी के आभुषण से कदापि नहीं है बल्कि Gold सॉवरिन बांड या गोल्ड ETF , सिल्वर ETF से है क्यों की हर निवेश का अपना टाइम होता है जैसे अभी रूस और उक्रेन के युद्ध में शेयर और म्यूच्यूअल फण्ड के भाव बहुत गिरे थे जबकि सोने व चांदी के भाव बढ़े थे  अतः आप आपने  फोट्फोलिओ को  करें किसी एक ही निवेश विकल्प पर न पूरा धन निवेश करें।  

 उम्र के साथ निवेश के तरीके बदलिए बचपन में हम लोग पिचकारी से होली खेलते थे और बड़े हुए तो गुब्बारों में रंग भर कर खेलते थे और अब गुलाल से होली खेलते हैं।  होली की तरह भी हमको उम्र के साथ निवेश के तरीके में भी बदलाव लाना होगा जैसे आप अपने निवेश में इक्विटी शेयर्स या म्यूच्यूअल फण्ड में 70 से 80  %  निवेश करते है और उम्र 50 या 55 साल है तो आप को इक्विटी  में कम निवेश करके किसी सेफ निवेश की तरफ मूव करना चाहिए क्यों की अगले 10 से 5 साल में आपका रिटायरमेंट है , बच्चो  की शादी होगी और अन्य खर्च होंगे वही अगर कोई 30 से 35 साल का है तो उसे अपना निवेश अधिकतम इक्विटी में करना चाहिए क्यों की अभी रिटेरेमन्त की उम्र और बच्चो की शादी काफी दूर है मेरा यहां अधिकतम से अभिप्राय 100 % से कदापि नहीं है 

एक सामन्य नियम इक्विटी के लिए लागु होता है 

                % Equity निवेश= 100 – आपकी उम्र  

सेफ रहे होली के त्यौहार में यह भी महत्व पूर्ण होता है की सुरक्षित ढंग से रंगो का इस्तेमाल करे उसी प्रकार इस कोरोना के समय में आपको अपने स्वस्थ्य का अच्छे से ध्यान रखना है और बैकअप के रूप में एक आपके पास एक अच्छा हेल्थ  इन्सुरेंस  होना चाहिए  ताकि आपको बीमारी के दौरान बहुत ज्यादा धन का नुकसान न हो । 

              Prevention is better than cure

धैर्यवान बने रहे होली के त्यौहार में जैसे गुजिया पूरी पकवान खाने में धैर्यवान रहते है उसी तरह अपने निवेश में भी कभी उत्तेजित होकर ज्यादा निवेश नहीं करना है क्यों की कल भी आएगा एक दिन में ही सारे पकवान नहीं खाने है उसी प्रकार निवेश में कभी जल्दबाजी नहीं करें अगर कोई ज्यादा मुनाफा दे रहा है तो पहले सोचें फिर निवेश करें।  


By ANKIT SACHAN

अंकित सचान इन्वेस्टमेंट अड्डा के लेखक , पेशे से इंजीनियर और AMFI Registered म्यूच्यूअल फण्ड डिस्ट्रीब्यूटर हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *