कोरोना के बाद से भारत में बड़े पैमाने पर लोग अपनी बचत को शेयर मार्कट में इन्वेस्ट कर रहे हैं। शेयर मार्केट में निवेश करना बाजार जोखिमों के आधीन होता है। ऐसे में इस क्षेत्र में निवेश करते समय कई सावधानियों को बरतना जरूरी है। स्टॉक मार्केट में निवेश के समय आपकी जरा सी गलती एक बड़े नुकसान का कारण बन सकती है। अगर आप भी शेयर मार्केट में अपने पैसों को निवेश करने की प्लानिंग बना रहे हैं, तो आपको कुछ गलतियों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए जिससे की आपको मिलने वाला रिटर्न प्रभावित ना हो । शेयर बाजार में पैसों का इन्वेस्ट करते समय अगर आप इन गलतियों को करते हैं, तो ज्यादा संभावना है कि आपके पैसे डूब सकते हैं। ऐसे में आपको एक बड़े आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा। इसी कड़ी में आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में, जिन्हें भूलकर भी शेयर मार्केट में निवेश करते समय आपको नहीं करनी चाहिए।
बिना जानकारी के निवेश करना
अक्सर कई लोग जल्दबजी में अपना डिमैट अकाउंट खुलवा कर बिना जानकारी के शेयर मार्केट में पैसों को निवेश करते हैं। बिना जानकारी के शेयर मार्केट में निवेश करना एक बहुत बड़ी गलती है। ऐसा करने पर आपके सारे पैसे डूब सकते हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय आपको ये गलती कभी नहीं करनी चाहिए। स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह जरूर ले लें।
सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर निवेश करना
अक्सर लोग सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट शुरू कर देते हैं। लोग यूट्यूब पर या सोशल मीडिया पर अच्छे शेयर ढूढ़ते रहते हैं। अगर टिप्स या शेयर बताने वाले इतने एक्सपर्ट होते तो वह खुद करोड़पति बन गए होते। शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले बाजार को गहन तौर पर समझें। बाजार की समझ बढ़ाने के लिए आप विशेषज्ञों की सहायता ले सकते हैं या अच्छी किताबें पढ़ सकते हैं।अगर आपको बुक्स पढ़ने का शौक नहीं है तो आप उन बुक्स को KUKU FM से अपनी भाषा में सुन सकते हैं। KUKU FM सब्सक्राइब करने के लिए राइट साइड में लिंक दिया गया है।
किसी की भी सलाह पर निवेश करना
किसी की सलाह लेने से पहले यह कन्फर्म कर लें कि जिससे आप सलाह ले रहे है वह फाइनेंसियल एक्सपर्ट है या नहीं। आपको कभी भी किसी व्यक्ति की सलाह पर निवेश नहीं करना चाहिए। निवेश करने से पहले कंपनी के विषय में खुद से डीप रिसर्च करें। आपको कंपनी के बेसिक प्रिंसिपल वैल्यू आदि चीजों के विषय में जानकारी इकट्ठी करनी चाहिए। उसके बाद ही स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करें।
लालच और डर के कारण किसी शेयर को खरीदना और बेचना
नए निवेशकों के साथ अक्सर डर और लालच में आकर शेयर को खरीदते और बेचते हैं। जब किसी कंपनी का शेयर अच्छा परफॉर्म करता है, तो वो लालच में आकर उसको खरीद लेते हैं। वहीं जब कंपनी की शेयर वैल्यू नीचे गिरने लगती है, तो उसे डर में आकर बेचने लगते हैं। ऐसा करने पर निवेशकों को काफी घाटा होता है। वारेन बफेट का कहना है कि जब बाजार में लोग अच्छे फंडामेंटल कंपनियों के शेयर को बेचते हैं, उस समय हमें उनको खरीदना चाहिए।
लोन लेकर निवेश करना
अक्सर लोग जब मार्केट ऊपर जा रहा होता है तब इन्वेस्ट करना शुरू करते हैं अगर उनके पास रूपये नहीं हैं तब वह अपने मित्र ,बैंक से लोन लेकर निवेश करना शुरू कर देते हैं जब मार्केट ऊपर जा रहा होता है तब तो कोई प्रॉब्लम नहीं होती परन्तु जब मार्किट गिरना शुरू हो जाता है उनको तब समस्या आती है अतः आपको सिर्फ अपने बचत किये हुए रूपये ही निवेश करने चाहिए।
ऊँचे रिटर्न देखकर निवेश की शुरुआत
अक्सर नए निवेशकों की सबसे बड़ी गलती है यह करते हैँ कि वो बाजार में ऊंचे रिटर्न देख कर ही निवेश करते हैं। तेजी से ऊपर बढ़ते बाजार में कई ऐसे शेयर भी होते है जो तेज ग्रोथ दिखाते हैं जिनकी अपनी स्थिति शायद उतनी अच्छी नही होती जितना वह दिख रहे होते हैं और वो सिर्फ इसलिए बढ़ते हैं क्योंकि बाजार में खरीददारी का माहौल है । वहीं ऊंचाई पर पहुंचे बाजार में गिरावट की भी संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में अक्सर होता ये है नए निवेशक जो कि ऊंचे रिटर्न देख कर पैसा लगाने है शायद उस समय बाजार में निवेश कर रहा होता है जब दिग्गज निवेशक मुनाफावसूली कर रहे होते हैं. ऐसे में देर से एंट्री की वजह से निवेशक ऊपरी स्तरों पर फंस जाता है और नुकसान उठाता है।
अपने निवेश की समीक्षा न करना
निवेश कर उसे कुछ समय पनपने के लिए छोड़ देना एक अच्छी रणनीति मानी जाती है. हालांकि इसी के साथ ही अपने निवेश को समय समय पर देखते रहे की यह कैसा परफॉर्म कर रहा है कि क्योंकि रुपया आपका है इसलिए निवेश की समझदारी के साथ समीक्षा भी जरूरी है।इससे आप अपने निवेश किये रुपयों को बचा सकेंगे और उसका सही इस्तेमाल कर सकेंगे।
किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना
अक्सर निवेशक किसी एक शेयर को चुन कर ही सारा निवेश उसी में करते हैं जितना वह शेयर गिरता है वह और निवेश करते हैं इस तरह वह इस चक्र्व्यूह में फंस जाते है अतः कई क़्वालिटी वाले शेयर्स में थोड़ा थोड़ा निवेश करना चाहिए और सारे शेयर किसी एक सेक्टर से सम्बंधित ना हों।
स्टॉप लॉस ना लगाना
शेयर मार्केट सिर्फ सही समय पर एंट्री और सही समय पर एग्जिट को जो समझ गया वह इस मार्केट का मास्टर हो गया। अक्सर लोग निवेश करते समय किसी पर्टिकुलर शेयर पर निवेश करने के बाद स्टॉप लॉस की रणनीति नहीं बनाते हैं की किसी शेयर पर कितने नुकसान के बाद बेंच कर निकलना है। . अतः जब भी आप कोई शेयर खरीदें तो स्टॉप लॉस को जरूर प्लान करें क्यों की इससे लम्बे नुकसान से बचा जा सकता है। जैसे यस बैंक का शेयर 326 रूपये से गिरते गिरते 13 रूपये तक आ गया इसलिए हमेशा स्टॉप लॉस को जरूर प्लान करें।