पैसे की आने वाली इमरजेंसी (Financial Emergency) किसी के साथ किसी भी समय हो सकती है, चाहे वह मेडिकल इमरजेंसी हो या फिर फाइनेंशियल जरूरतों के लिए. लेकिन बहुत से लोग इस स्थिति में आकर परेशानी झेलते हैं क्योंकि उनके पास आवश्यक धन की कमी हो सकती है. इस समस्या का समाधान करने के लिए वे कर्ज लेने की सोच सकते हैं. ऐसे में, एक विकल्प है यह है कि वे अपने म्यूचुअल फंड्स यूनिट पर लोन (Loan Against Mutual Funds) ले सकते हैं।
Loan Against Mutual Funds
ज्यादातर म्यूचुअल फंड हाउस / बैंक निवेशकों को उनके म्यूचुअल फंड्स निवेश पर लोन की सुविधा प्रदान करते हैं। यह लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (Loan Against Mutual Funds) का मुख्य उद्देश्य यह है कि Investor अपने निवेश को रीडीम किए बिना ही आने वाली इमरजेंसी Financial Emergency का सामना कर सकें। इस तरह Loan Against Mutual Funds लेने पर निवेशकों को अपनी निवेश योजनाओं पर ध्यान केंद्रित रखने का भी मौका मिलता है।
जानिए लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (Loan Against Mutual Funds)के बारे में
लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (Loan Against Mutual Funds) एक सुरक्षित ऋण है, जिसमें निवेशकों को अपने म्यूचुअल फंड्स यूनिट्स को कोलैटरल के रूप में रखना पड़ता है। इस ऋण की अवधि और राशि निवेशक के म्यूचुअल फंड यूनिट्स के मूल्य पर निर्भर होती है। इसके बावजूद, इस ऋण पर ब्याज दर अन्य ऋणों के मुकाबले कम होती है। लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड्स (Loan Against Mutual Funds) पर ब्याज दर 9 से 10 % होती है। जबकि क्रेडिट स्कोर अच्छा रहने पर भी पर्सनल लोन पर ब्याज करीब 12-13 % होती है। इसके विपरीत, पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड ऋण होता है जिसमें कोई कोलैटरल की आवश्यकता नहीं होती। यह ऋण अधिकांश बैंकों द्वारा प्रदान किया जाता है और इसकी अवधि और राशि निर्भर करती है।
Loan Against Mutual Funds लेने के फायदा और नुकसान
1- मेडिकल इमरजेंसी, एजुकेशन या ट्रैवल के लिए आप अपने म्यूचुअल फंड निवेश पर लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (Loan Against Mutual Funds)लोन ले सकते हैं.
2- यह सिक्योर्ड लोन होता है, लोन की प्रक्रिया पर्सनल लोन के मुकाबले थोड़ी लंबी हो सकती है. डॉक्युमेंटेशन की प्रक्रिया लंबी है
3-यह लोन आमतौर पर 50 हजार से 20 लाख रुपये तक हो सकता है का लोन दे रहे हैं। कुछ बैंक इससे भी ज्यादा लोन की पेशकश कर रहे हैं ।
4-लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (Loan Against Mutual Funds) प्री-पेमेंट पेनल्टी की भी जरूरत नहीं होती है.
5-लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड (Loan Against Mutual Funds) में रीपेमेंट टाइम अधिक फ्लेक्सिबल होता है।
6-अतिरिक्त शुल्क: प्रोसेसिंग फीस, ऑवरड्राफ्ट चार्ज या प्रीपेमेंट चार्ज जैसी अतिरिक्त लागतें भी हो सकती हैं
अंतिम सुझाव:
म्यूचुअल फंड यूनिट्स के विरुद्ध ऋण लेना तब सही होता है जब आपको शॉर्ट-टर्म लिक्विडिटी चाहिए और आप मार्केट डाउनसाइड रिस्क उठाने के मूड में नहीं हैं। परंतु, उच्च वोलैटिलिटी या लंबी अवधी के लिए यह महंगा या जोखिमपूर्ण साबित हो सकता है। निर्णय लेने से पहले अपनी रीपेमेंट क्षमता, मार्केट आउटलुक और वैकल्पिक फंडिंग विकल्पों का मूल्यांकन अवश्य करें।