सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) हाल ही में म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे लोकप्रिय रूप बन गया है। जैसा कि नाम से पता चलता है, एसआईपी के साथ, एक व्यक्ति एक निश्चित अवधि में अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड में एक निश्चित राशि का निवेश करता है। आप अपने म्यूचुअल फंड खाते को अपने बैंक खाते से लिंक कर सकते हैं, जिससे आप मासिक आधार पर अपने चुने हुए एसआईपी में धनराशि स्थानांतरित कर सकते हैं। निवेश का यह तरीका उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जिनके पास तुरंत निवेश करने के लिए बड़ी रकम नहीं है। ऐसी कई योजनाएं हैं जिनमें निवेशक 5000 रुपये और उससे अधिक तक करोड़पति बना जा सकता है।
एसआईपी कैसे काम करता है?
एसआईपी में निवेश करने के लिए, निवेशक अपने चयनित म्यूचुअल फंड में नियमित अंतराल पर निवेश करते हैं, जो उनके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं। निवेशक अपने बैंक खाते से फंड में स्वचालित भुगतान का निर्देश भी दे सकते हैं जिससे निवेश करना और भी आसान हो जाता है।
SIP में निवेश के क्या फायदे हैं?
SIP (Systematic Investment Plan) में निवेश कई तरह के फायदे होते हैं। नीचे कुछ मुख्य फायदे दिए गए हैं:
1 -वित्तीय योजना की सुविधा:
SIP एक वित्तीय योजना है, जो आपको निवेश करने की सुविधा प्रदान करता है। इसके माध्यम से आप नियमित अंतराल पर निवेश कर सकते हैं और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए धीरे-धीरे धन इकट्ठा कर सकते हैं।
2. ऋणात्मक प्रभाव को कम करता है
बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण, निवेश करते समय ऋणात्मक प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है। SIP में निवेश करने से यह प्रभाव कम होता है क्योंकि आप नियमित रूप से निवेश करते हैं और इससे आपके निवेश की कीमतें वित्तीय वृद्धि के बदलते मूल्यों के साथ बेहतर तरीके से समायोजित होती हैं।
3. विवेकपूर्व निवेश का मौका
SIP में निवेश करने से आपको निवेश के लिए समय-समय पर विचार करने की आवश्यकता नहीं होती है। आपको नियमित अंतराल पर निवेश करने का मौका मिलता है, जिससे आपको बाजार के स्थितियों के अनुसार विवेकपूर्व निवेश करने की अनुमति मिलती है।
4 औसत लाभ
SIP में निवेश करने से आपको बाजार के उतार-चढ़ाव के समय के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है। समय के साथ, निवेश की मात्रा स्थिर रहती है और यह औसत लाभ को देता है।
ध्यान दें कि निवेश बाजार के रिस्क के साथ आता है, और आपको अपने निवेश के लिए विवेकपूर्व निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। SIP एक लाभकारी विकल्प हो सकता है, लेकिन आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम टॉलरेंस, और निवेश करने के लिए उपलब्ध धनराशि को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।
एसआईपी के तहत निवेशक बिना किसी रुकावट के छोटे मासिक निवेश कर सकते हैं। आप अपने बैंक खाते से फंड में स्वचालित भुगतान का निर्देश भी दे सकते हैं।
एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे बड़ा फायदा चक्रवृद्धि ब्याज है। इससे आपकी कमाई बढ़ती है. यानी आप उस राशि पर जो ब्याज कमाते हैं, उस पर मूल राशि पर ब्याज मिलता है। उदाहरण के लिए, यदि आप 10% रिटर्न के साथ म्यूचुअल फंड में 1,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो एक वर्ष के बाद ब्याज आय 100 रुपये होगी। अगले वर्ष से आप 1100 रुपये पर ब्याज अर्जित करेंगे।
ऐसे बनें करोड़पति
मान लीजिए, कि कोई व्यक्ति 20 साल की अवधि के लिए 5000 रुपये प्रति महीने का निवेश शुरू करता है. उसके लिए सालाना रिटर्न 13 फीसदी रहने का अनुमान है. ऐसा करके 20 सालों में आपका कुल निवेश 12 लाख रुपये हो जाएगा और अवधि के आखिर में जमा कॉर्पस करीब 50 लाख रुपये होगा. और एसआईपी राशि में 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ आपके द्वारा निवेश की गई कुल राशि 34.36 लाख रुपये होगी. 20 साल के आखिर तक आपका कॉर्पस करीब 1 करोड़ रुपये हो जाएगा.