हम लोग अपनी पढ़ाई की नीव को मजबूत करना चाहते हैं जिससे हमें अच्छे कॉलेज में दाखिला मिल सके और उसके बाद अच्छी नौकरी मिल सके या फिर किसी ब्यापार में हाथ अजमाकर उसमें सेट हो सकें।  जब हम स्कूल जाते है तो हमें जीवन पर्यन्त जिसकी आवश्यकता होती है उसके बारे में न कोई सीखता है और न कोई पढ़ता और न ही इसके बारे में पढ़ाया जाता है वह है जीवन भर अपने कमाए हुए धन का निवेश कैसे करें और अपने वित्तीय लक्ष्यों को कैसे पूरा करें।  किसी नौकरी या सेवा में आजाने के पश्चात  जीवन की कठिनाई भरी यात्रा प्रारम्भ होती है क्यों की नौकरी में आ जाने के बाद समय का आभाव होता है जिससे हम यह सीख नहीं पाते की अच्छा निवेश कैसे करें।  ऐसे समय में हम किसी न किसी सेल्समैन के चककर  में पड़ जाते है जिनके पास यह जानकारी नाममात्र की होती है जिससे वह अपनी कोई पालिसी या स्कीम बेचने की कोशिश करते हैं।  उनको यह समझ नहीं होती है की उस ब्यक्ति को इस उत्पाद की जरूरत है या नहीं।   

जब हम कमाना शुरू करते हैं तो सबसे पहले लोग सलाह देते हैं की हम बचत करें और उसके बाद हमारे जानने वाले या ऑफिस वाले पीछे पड़ जाते हैं की LIC या कोई म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करो।  परन्तु उन्हे ये मालूम नहीं होता की हमारे लिए कौन सी  स्कीम अच्छी है या भविष्य में हमें उस स्कीम से क्या लाभ होगा।  इन सब के बारे में हम कभी नहीं सोचते हम तो बस अपने  परिजनों के कहने पर अपना कमाया हुआ पैसे निवेश कर देते हैं  

नौकरी शुरू करने के बाद हमें सबसे पहले टर्म बीमा लेना चाहिए ? क्यों की जल्दी लेने के कारण हमको जीवन भर कम प्रीमियम चुकाना पड़ता है और हमारा परिवार भी आर्थिक रूप से सुरक्षित रहता है ऐसे बीमित ब्यक्ति के साथ अगर कोई घटना घट जाती है तो कम से कम उसके आश्रितों को किसी दूसरे के साथ नहीं रहना पड़ता है।  निवेश भी अवश्य है परन्तु पहले टर्म बीमा लेना चाहिए। 

यदि कोई पहले निवेश (Investment) करता है और टर्म बीमा (Term Insurance) बाद में लेता है तो सोचो आकस्मिक दुर्घटना की स्थिति में केवल निवेश से उसके परिवार को क्या मिलेगा ? जब की बीमा (Insurance) उसके परिवार को सुरक्षित रखेगा जिससे उसके आश्रित (Dependent) लोग अपना रहन सहन अच्छा रख पाएंगे।  यह बात गंभीरता से विचार करने योग्य है जिससे आप स्वयं उचित निर्णय ले पाएंगे  जीवन बीमा लेते समय हमेशा यह ध्यान रखें की उससे मिले मुआवजा से आपके परिवार का पालन पोषण हो सके। यह राशि करीब करीब उसके वर्तमान वार्षिक आय की करीब 30 से 35 गुनी होनी चाहिए।  निवेश भी आवश्यक है परन्तु बीमा को पहले प्राथमिकता देनी चाहिए क्यों की निवेश से हम भविष्य के आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं और बीमा से परिवार को सुरक्षित रखते है।  बीमा से परिवार को एक और सुरक्षा मिलती है वह यह है की यदि आपने किसी भी प्रकार का लोन ले रखा है तो आपके पास किसी  दुर्घटना की स्थिति में उनके पास लोन चुकाने के लिए धन के रूप में बीमा कम्पनी से प्राप्त मुआबजा उपलब्ध रहेगा।  

ऐसे ही स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) के बारे में देखिये  यदि आप इसे ले लेते है तो प्रत्येक वर्ष आपको स्वस्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के लिए धन नहीं खर्च करना पड़ता है। प्रत्येक वर्ष थोड़ा सा प्रीमियम का भुगतान कर के आप अपने परिवार को आप आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।  

बल्कि और बढ़ जायेगे वैसे भी सोचे की यदि किसी दुर्घटना में शरीर का कोई भाग बेकार हो जाता है तो जीवन भर निर्वाह कैसे करेंगे।  इन सब के लिए दुर्घटना बीमा  बहुत आवश्यक है।इन सब बीमा पॉलिसियों से आप आयकर पर छूट प्राप्त कर सकते है। 

जितनी जल्दी आप यह सारे बीमा लेंगे उतना ही आपको लाभ मिलेगा क्यूंकि आयु के बढ़ने के साथ बीमा का प्रीमियम भी बढ़ता है।  और बहुत सी कम्पनी 40 वर्ष की आयु के बाद बहुत ही सोच समझ के बीमा देती हैं  तथा छोटी मोटी स्वस्थ्य समस्या के लिए बीमा नहीं देती हैं।  इन सब बीमा और बीमित रकम के बारे में हम कभी नहीं सोचते हैं। हमने जो आवश्यक बीमा सेवाओं के बारे में चर्चा की है वह  हमेशा ही सब के पास होने चाहिए अन्य को आप अपने सुविधा के अनुसार ले सकते हैं। 

मृत्यु निश्चित है ,परन्तु तिथि निश्चित नहीं है हम अमृत चख कर नहीं आये है जो  इस धरा पर आया है  वह एक दिन जरूर जायेगा सोचिये अगर आप इसी समय से अपने परिवार के साथ नहीं है तो वह कैसे रहेंगे।  इस लिए तुरंत ही बीमा लीजिये और निवेश की प्राथमिकता बीमा लेने के बाद रखिये। इससे आपको तथा आपके परिवार को  मानसिक शांति मिलेगी।  

By ANKIT SACHAN

अंकित सचान इन्वेस्टमेंट अड्डा के लेखक , पेशे से इंजीनियर और AMFI Registered म्यूच्यूअल फण्ड डिस्ट्रीब्यूटर हैं।

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